सीएम विंडो में दी थी शिकायत
कैथल, 13 अक्टूबर (कृष्ण प्रजापति): सीवन ब्लॉक के गांव गोहरां खेड़ी के ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों के खिलाफ बार-बार शिकायतों का सिलसिला लगातार जारी है। शिकायतकर्ता नीरज राणा ने कहा कि ग्रामीण गांव के अवैध कब्जों को लेकर, गांव में पंचायत की जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए स्कूल और अन्य निर्माण कार्यों को लेकर लगातार शिकायत पर शिकायत दे रहे हैं परंतु इसके बावजूद भी बीडीपीओ, डीडीपीओ, डीईओ, बिजली विभाग, नायब तहसीलदार आदि अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है। शिकायतों के निपटारे हेतु अधिकारी एक्टिव नजर नहीं आ रहे परंतु ग्रामीण भी शिकायत देने में पीछे नहीं हट रहे हैं और प्रशासन को जगाने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं। पिछले दिनों सीएम विंडो में दी शिकायत में गोहरा खेड़ी निवासी नीरज राणा पुत्र जगमाल राणा ने ग्राम पंचायत गोहरां द्वारा गांव की फिरनी का लाल डोरे के नक्शे में न आने पर और लाल डोरे की निशानदेही करवाने बारे शिकायत की थी, जिस पर नायब तहसीलदार सीवन द्वारा बीडीपीओ कार्यलय को अवगत करवाया कि ग्राम पंचायत गोहरां खेड़ी की निशान देही को दोबारा करवाया जाना है और इसके लिए उन्होंने चुना मार्किंग व ड्रोन फ्लाइंग की व्यवस्था करवाने बारे भी लिखा है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत गोहरा की निशान देही करवाने के लिए ड्रोन भी उपलब्ध करवाया जाए ताकि लाल डोरे से संबंधित निशानदेही का कार्य पूर्ण किया जा सके और सीएम विंडो पर आई शिकायत का निपटारा किया जा सके।
उधर आरोप लगाते हुए गोहरा खेड़ी निवासी नीरज राणा ने कहा कि ग्राम पंचायत ने बीडीपीओ और तमाम अधिकारियों की मिलीभगत से गांव में हो रहे अवैध कब्जों पर कोई एक्शन नहीं लिया है और लाल डोरे की निशानदेही में भी गड़बड़ी की गई है। उन्होंने सीएम विंडो में इसकी शिकायत देकर इसकी निशानदेही दोबारा करने की मांग की है।शिकायत के संदर्भ में ग्राम सचिव ग्राम पंचायत गोहरा ने अपने बयानों में व्यक्त किया है कि लाल डोरे से संबंधित निशानदेही ग्राम सचिव, पटवारी व कानूनगो की मौजूदगी में की जा चुकी है परंतु अभी तक ग्राम सचिव के पास लाल डोरे से संबंधित निशानदेही की प्रति प्राप्त नहीं हुई है।
वर्जन - बीडीपीओ सीवन
उधर इस बारे में सीवन के बीडीपीओ गुलजार अहमद ने बताया कि सभी अधिकारियों से बातचीत हो चुकी है और गोहरा खेड़ी गांव की निशानदेही सोमवार को करवाई जाएगी।
फोटो- सीएम विंडो में की गई शिकायत और अधिकारियों द्वारा किए गए पत्र व्यवहार की कॉपी।